मैं रक्तबीज हूँ!
मैं रक्तबीज हूँ! हरेराम सिंह की कविताएँ जिंदगी बहुत खूबसूरत है लोग अगर जीने दें गर जीने न भी दें तो यह कमाल की है! १.बच्चों ने आज देखा बगुलों का झुंड़ उतरा है पसरे धान खेत में मच्छी खाने और निकलने ही वाला है ओस की बूंदें धान के पत्तों पर जमें हैं मोती जैसे बडा सुहाना सवेरा दूर दू तक तक हिम जाला कहीं नीम के पेड़ खडे ...