कुशवाहा क्षत्रिय की उपजाति समूह और उनके वैवाहिक संबंध

कुशवाहा क्षत्रिय की उप-जाति समूह और उनके वैवाहिक -संबंध
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1.कुशवंशी क्षत्रिय 

श्री राम के ज्येष्ठ पुत्र कुश के वंशज् कुशवंशी क्षत्रिय कहलाए.यह वर्तमान में कुशवाहा के नाम से जाति के रूप में जाने जाते हैं.बिहार,उ.प्र,म.प्र,राजस्थान,दिल्ली व कश्मीर में यह मुख्य रूप से बसे मिलते हैं.यह अपने को कुश का वंशज् मानते हैं.इन्हें कछवाहा व काछी भी कहा जाता है.इनका मुख्य ग्रंथ रामायण है.

2.शाक्यवंशी क्षत्रिय 

यह लोग स्वयं को बुद्ध का वंशज् मानते हैं.यह अपने को क्षत्रिय से ज्यादा खत्तिय कहलाना पसंद करते हैं.यह लोग त्रिपिटक को अपना मुख्य ग्रंथ मानते हैं.उ.प्र,उत्तराखंड व देहली में यह मुख्य रूप से पाए जाते हैं.यह स्थानीय रूप में शाक्यसेनिया भी कहलाते हैं.

3.मौर्यवंशी क्षत्रिय 

यह लोग चंद्रगुप्त मौर्य,अशोक व चित्रांगदा मौर्य के वंशज् खुद को मानते हैं.इनका बसाव मुख्यत: उत्तर प्रदेश व राज्य स्थान है.ये अशोक के धम्मनीति पर ज्यादा बल देते हैं.

4.कोईरी क्षत्रिय 

कुशवंशियों की यह शाखा अपने को राम का वंशज मानती है.यह शाखा का यह भी मानती है कि इनके पूर्वज 'रामग्राम'गाँव बसाए थे और 'कोलिय गणराज्य'की स्थापना किए थे.उत्तर प्रदेश,बिहार,बंगाल व असम में यह मुख्यत:बसे हैं.यह कृषक क्षत्रिय व कादोर क्षत्रिय भी कहलाते हैं.बुद्ध की माँ माहामाया व प्रजापति गौतमी कोईरी क्षत्रिय वंश से थीं.अंजन  इस वंश के प्रतापी राजा थे.

5.बनाफर क्षत्रिय 

यह लोग आल्हा व उदल सिंह को अपना पूर्वज मानते हैं.यह मुख्यत:मध्य प्रदेश ,बिहार के सोन नद के किनारे व उ.प्र. के चंदौली व गाजीपुर में हैं.बिहार के पूर्व शिक्षामंत्री कुशवाहा कृष्णनंदन वर्मा बनाफर ही हैं.

6.दांगी क्षत्रिय 

इनका संबंध मध्य प्रदेश के विराटनगर से है.इनका वहाँ गढ़ रहा है.यह लोग म.प्र.,बिहार व झारखंड में है.डॉ.शिवपूजन सिंह कुशवाहा इन्हें कुशवाहा ही बताए हैं.

7.भाम क्षत्रिय

कुशवाहों की यह उपजाति अपने को भामह नाम के संस्कृत कवि के वंशज् मानते हैं.यह लोग बिहार के दानापुर के आसपास बसे हैं.यह अपने को भाम राजपूत भी कहते हैं.

8.केवान क्षत्रिय 

यह मूलत:कुशवंशियों का लघु समूह है.यह बिहार व उ.प्र. में कहीं कहीं मिलते हैं और खेतिहर
 हैं.

9.सांढैला क्षत्रिय 

यह कुशवाहों का क्षत्रिय समूह बिहार के कैमूर जिला में रामगढ़ के आसपास निवास करती है.मुगलों व विदेशी राज पुत्रों से सांढ की तरह लड़ने की वजह सांढैला कहलाए.

10.पिपरपत्तिया क्षत्रिय 

कुशवाहों की यह उपजाति मूलत:बिहार के चंपारण व पिपलीवन से अपना संबंध बतलाती है.रोहतास में भी कुछ घर इसके हैं.

11.मगहिया क्षत्रिय 

यह लोग मुख्यत:बिहार के मगध के रहने वाले थे.यह लोग राजा कूर्म के वंशजों में से एक हैं जो कुशवंशी क्षत्रिय थे.उपेंद्र कुशवाहा इसी समूह से संबंध रखते हैं जो वैशाली के हैं.

12.कमरोया क्षत्रिय 

यह मुलत: लडाकू जाति है.जो कभी मल्लों को चुनौती दी थी और बुद्ध की मृत्यु के समय बुद्ध की कमर के पास बहुत रोई थी.इस समूह के पिता कुशवाहा माने जाते हैं पर माँ भेंड चराने वाली जाति से थी.पर कुछ इसे अस्वीकार करते हैं.

13.हार्डिया क्षत्रिय 

कुशवाहों की यह उपजाति अपने को 'हरदोई'व 'हल्दीघाटी'से संबंध बताती है.यह लोग मध्य प्रदेश,उ.प्र और बिहार में बसे हुए हैं.इन्हें हरदिया भी स्थानीय लोग पुकारते हैं.

14.कन्नौजिया क्षत्रिय 

कुशवाहों की यह उपजाति कन्नौज से संबंध रखती है.कछवाहा राजा आसकरण जी का यह वंशज् मुगलों के खिलाफ कन्नौज में लड़ी थी और उनमें से बहुत वहाँ से निर्वासित हो बिहार चले गए थे.पर राजस्थान के आमेर राजा व भक्त आसकरण सिंह के वंशज् होने के नाते मान सिंह को सहयोग भी किए.'भक्तमाल'पुस्तक में आसकरण जी का यशोगान है.कन्नौजिया व बनाफरों मानसिंह के साथ मिलकर 'रोहतासगढ़'का भव्य निर्माण करवाए.

15.यजुर्हार क्षत्रिय 

यह स्थानीय रूप से जलुहार कहलाते हैं.बुद्ध से पहले ये यज्ञ की रक्षा करते थे.बुद्ध को खीर खिलाने वाली सुजाता जलुहार कुशवाहन थी.यह उपजाति बिहार में बहुतायत थी.

16.गोंयता क्षत्रिय 

कुशवाहों की यह उपजाति देवरिया व बिहार में पाई जाती है.यह बहुत आक्रामक मानी जाती है.

17.काछी क्षत्रिय 

यह क्षत्रिय समूह आगरा के आसपास बहुतायत है.इसका संबंध कोई कच्छ प्रदेश,कोई कछवाह,और कोई-कोई कात्सी से जोड़ता है,तो नदी कछार के तटों से.यह भी कुश की वंशजों में एक है.

18.कछवाहा क्षत्रिय 

इनका संबंध राजस्थान के आमेर से है.दिया कुमारी इस वंश से संबंध रखने वाली वर्तमान सांसद हैं.इन्होंने कहा था कि कुशवाहा व कछवाहा राम के पुत्र कुश के वंशज् हैं.सोनवा कछवाहन की शादी बनाफर वंश में हुई थी जो बक्सर से महोबा चले गए थे.

19.केड़वा पटेल क्षत्रिय

यह क्षत्रिय मुख्य रूप से गुजरात में है जो अपने को कुश का वंशज् मानती है.यह चार पटेलों में से खास मानी जाती है.इसका संबंध कुशवाहा से है.

20.खत्री क्षत्रिय

गुरु नानक देव का संबंध कुश के वंश से है.वे खत्री कुशवंशी थे.उनके पिता का नाम कालू मेहता था.खत्री लोग कृषि कर्म करते हैं.बाद में यह लोग व्यापार को अपना मुख्य पेशा बना लिए.पाकिस्तान और हिमाचल प्रदेश में कुशवंशी खत्री बहुत हैं.


(साभार:कुशवाहा-वंश का इतिहास,डॉ.हरेराम सिंह)

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